BN बांसवाड़ा न्यूज़ – गुजरात एटीएस और एनसीबी (नई दिल्ली) ने संयुक्त रूप से गुजरात और राजस्थान में नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर चार जगह चल रही मेथाएम्फेटामाइन (मेफेड्रोन) (एमडी) ड्रग्स बनाने वाली अवैध फैक्ट्रियों का खुलासा, सिरोही में नशे खेप के कारोबारी मनोहरलाल और कुलदीप मिलकर अवैध मादक पदार्थ बनाने का काम करते थे। पकड़ी गई चार फैक्ट्रियों में से तीन फैक्ट्री कुलदीप और एक फैक्ट्री मनोहरलाल की है । जोधपुर के ओसियां, गांधी नगर के पीपलज और अमरेली में कुलदीप ने अपने साथियों की मदद से अवैध मादक पदार्थ बनाने का कारोबार फैला रखा था। जब कि सिरोही में मनोहरलाल फैक्ट्री संचालित करता था। इसके खिलाफ 2015 में भी आबूरोड रीको इंडस्ट्रियल एरिया में कार्रवाई कर 279 किलो एमडी ड्रग्स बरामद की थी। इस मामले में वह मुख्य आरोपी था। जो सात साल जेल में सजा काट चुका है।
गुजरात एटीएस और NCB (नई दिल्ली) ने संयुक्त रूप से गुजरात और राजस्थान में नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी , (मेफेड्रोन) (एमडी) ड्रग्स बनाने वाली अवैध फैक्ट्रियों का खुलासा कर मुख्य आरोपी सरगना मनोहरलाल एनानी और कुलदीप सिंह सहित 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया। टीमों ने चारों फैक्ट्री पर एक साथ दी। जहां से उन्होंने 230 करोड़ रुपए की 146 किलो एमडी ड्रग्स बरामद की है। इसमें से 22 किलो एमडी और 124 लीटर एमडी ड्रग्स लिक्विड के रूप में बरामद हुई है। अहमदाबाद के थलतेज इलाके में रहने वाला मनोहरलाल एनानी और गांधीनगर सेक्टर-26 में न्यू ग्रीन सिटी निवासी जोधपुर के तिंवरी निवासी कुलदीप सिंह राजपुरोहित शिवगंज। लोटिवाड़ा में ड्रग्स की फैक्ट्री है ।गुजरात के DGP सहाय ने बताया कि सबसे ज्यादा 115 किलो ग्राम एमडी ड्रग्स राजस्थान के सिरोही जिले के लोटीवाला बड़ा गांव में मत्रा नदी के समीप चलाई जा रही अवैध फैक्ट्री से बरामद हुई है। इसमें 15 किलो एमडी ड्रग्स है, जबकि 100 लीटर एमडी ड्रग्स है। ड्रग्स बनाने के उपकरण भी बरामद हुए हैं। यहां से चार आरोपियों को पकड़ा है, जिसमें लोटीवाला गांव निवासी रगाराम मेघवाल, सांचौर जिले के लिआद्रा गांव निवासी बजरंगलाल बिश्नोई, अहमदाबाद की साणंद तहसील के जुवाल गांव निवासी नरेश मकवाणा और साणंद निवासी कन्हैया लाल गोहिल शामिल हैं। इसके अलावा मनोहरलाल को भी पकड़ा।
गांधीनगर से 5 गिरफ्तार, 2 जोधपुर और 1 पाली के रहने वाला आरोपी टीम ने गांधीनगर के पीपलज स्थित एक फार्म हाऊस में दबिश देकर 476 ग्राम एमडी ड्रग्स और 17 लीटर एमडी ड्रग्स बरामद की है । यहां से मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह राजपुरोहित , बनासकांठा के डीसा स्थित अंबिकानगर निवासी रितेश दवे वलसाड मोगरावाडी निवासी हरीश सोलंकी राजस्थान पाली शहर के बापूनगर निवासी दीपक सोलंकी, जोधपुर के कल्ला गांव निवासी शिवरतन अग्रवाल
गुजरात और राजस्थान में कुछ जगहों पर फैक्ट्री चलाकर मेफेड्रोन बनाकर बेचने की सूचना मिली। सूचना पुख्ता होने के बाद एनसीबी दिल्ली की टीम के साथ मिलकर शुक्रवार की रात को एक साथ चार जगहों पर दबिश दी गई। जहां से 22 किलोग्राम एमडी ड्रग्स, 124 लीटर एमडी ड्रग्स बरामद हुई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 230 करोड़ से ज्यादा है। इतना ही नहीं, टीम ने ड्रग्स बनाने में उपयोग में लिए जाने वाले कई उपकरण बरामद किए हैं। पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि आरोपी मनोहरलाल और कुलदीप सिंह गुजरात के वापी स्थित जीआईडीसी की एक कंपनी से कच्चा माल खरीदते थे। उसी को प्रोसेस कर उससे ड्रग्स बनाते थे।पर करोडो का मुनाफा कमाने हेतु युवाओं को नशेड़ी बनाकर उनका भविष्य बर्बाद कर रहें थे, ये मानवता के शत्रु इंसानियत के दुश्मन , मगर पिछलीबार की तरह हो सकता है ये फिर क़ानूनी सलाखों के पीछे से बाहर आ सकते है ,क्यों कि ये अंदर की बात है