जांच अमेरिका में भी वॉशिंगटन, सिंगापुर और हांगकांग ने कुछ इंडियन मसाला को प्रतिबन्ध लगा दिया है ,MDH एवं एवरेस्ट कंपनी के चार मसाला खाद्य पैकेट पावडर मसालों को , यह वो मसाले है ,जिन्हें हम लोग अपने रोजमर्रा की जिंदगी में घरों में इस्तेमाल कर भोजन में डालकर खा रहे हैं, शाहरुख़ खान अमिताभ बच्चन भी विज्ञापन कर करोड़ो कमा रहें है , जी हां इनमे भारी मात्रा में पाई गई है – इथाईलीन ऑक्साइड – व् पेस्टिसाइड , व् ग्रेड वन कार्सिनोजेन यानी कि इससे कैंसर होने का खतरा बहुत ज्यादा है , यह बहुत दुःख एवं अफ़सोस और की शर्म की बात है, क्योंकि हमारा देश भारत दुनिया में सबसे ज्यादा मसाले प्रोड्यूस और एक्सपोर्ट करता है , और इस खबर के बावजूद हमारी सरकार और खाद्य विभाग डिपार्टमेंट के जिम्मेदारों ने देश नागरिकों को कोई चेतावनी नहीं थी , नाही जनहित में कोई विज्ञापन प्रसारण किया , पिछले 4 सालों में यूरोपियन यूनियन की फूड सेफ्टी अथॉरिटीज ने 500 से ज्यादा अधिक इंडियन प्रोडक्ट्स को ब्लैक लिस्ट किया है ,यानी कि ये 525 प्रोडक्ट्स और इनमें भी इथाईलीन ऑक्साइड पाया गया हमारे देश की फूड स्टैंडर्ड अथॉरिटी एफएसएसएआई का काम है, इन सब चीजों को जांचना फूड की रेगुलेशन करना चाहिए , मगर ना जाने क्या कर रहे हैं यह FSSAI एवं जिम्मेदार विभाग के अधिकारी ,सब चुप , शायद अंदर की बात है
ज्ञात रहे अमेरिका का खाद्य और औषधि प्रशासन भी भारतीय मसाला ब्रांड के उत्पादों से जुड़ी जानकारी जुटा रहा है। गौरतलब है कि हांगकांग के खाद्य नियामक ने कथित तौर पर मसाले में कैंसर पैदा करने वाले कीटनाशक का उच्च स्तर मिलने पर कुछ उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा दी थी। ये ब्रांड यूरोप और एशिया के कई देशों में बेचे जाते हैं। हांगकांग और सिंगापुर प्रकरण के बाद भारतीय खाद्य नियामक एफएसएसएआई भी एमडीएच और एवरेस्ट सहित सभी मसालों के नमूनों की जांच कर रहा है। और रिपोर्ट भी बरसो बाद आ जाएगी ,तब तक शायद ये कम्पनिया इनका नाम बदलकर फिर से खाद्य मसालों को पैक कर बेचने लग जाएंगे, और अगर ऐसा नहीं तो देखते है ,अब MDH , एवरेस्ट , और पतंजलि पर कब और क्या क़ानूनी कार्रवाई होती है ? –
BN बांसवाड़ा न्यूज़ MD -सईद मिर्ज़ा हिन्दुस्तानी Bsw