📍 नौगामा, जिला बांसवाड़ा, राजस्थान से सुरेश चंद्र गांधी की रिपोर्ट
आज नौगामा की दिगंबर जैन पाठशाला में एक अनोखा और प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला। भगवान महावीर के पावन निर्वाण पर्व “वीर निर्वाण महोत्सव” के अवसर पर पाठशाला के लगभग 125 बच्चों ने एक विशेष संकल्प लिया — इस दीपावली पर पटाखे नहीं छोड़ेंगे, आतिशबाजी नहीं करेंगे और किसी भी प्रकार की हिंसा का अनुमोदन नहीं करेंगे।
यह संकल्प केवल शब्दों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि बच्चों ने अपने नाम, पिताजी का नाम और माता-पिता के हस्ताक्षर सहित संकल्प पत्र भरकर “जिन देशना अहिंसा प्रकोष्ठ, इंदौर” को भेजे। इस अवसर पर जैन समाज के प्रवक्ता सुरेश चंद्र गांधी ने सभी छात्रों को शपथ दिलाई और जीव रक्षा, प्रदूषण नियंत्रण तथा अहिंसा के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का आह्वान किया।
पाठशाला की अध्यापिका कुसुम लता नानावटी ने बताया कि यहाँ प्रतिदिन शाम को बच्चों को जैन धर्म के प्रथम, द्वितीय, तृतीय भाग और छहढाला का अध्ययन करवाया जाता है। आज का संकल्प इन शिक्षाओं की जीवंत मिसाल है।
कार्यक्रम में अध्यापिकाएँ सरिता नानावटी, आशा पंचोरी, सुषमा पंचोरी, मनीषा नानावटी, हेमा पंचोली, अनीता पंचोरी और वीणा जैन ने भी सक्रिय सहयोग दिया। जैन समाज के प्रवक्ता सूरज चंद्र गांधी के सानिध्य में यह आयोजन और भी प्रभावशाली बन गया।