BN बांसवाड़ा न्यूज़ – डॉ भीमराव अंबेडकर के प्रति समर्पण
इसे कहते हैं बहुजन समाज के हित के लिए त्याग
EWS आरक्षण पर हमारे बहुजन समाज के नामी वकीलों ने केस लड़कर उसे असंवैधानिक ठहराने की कोशिश की
इन वकीलों की एक दिन की फीस 2 -20 लाख तक है परंतु इन्होने इस केस के लिए कोई फीस नहीं ली
ऐसे संविधान रक्षक वकीलों और भीम अनुयायियो की वजह से देश में संविधान जिंदा है
परंतु आज भी हमारे बहुजन समाज के लोग नींद में सो रहे हैं और ये सोच रहे है कि जो होगा सबके साथ होगा ,फिर मै क्यों टेंसन लू ,और कहते है है जो नसीब में होगा वो होकर रहेगा
इसी मानसिकता के कारण हमारे लोग मानसिक गुलाम है
हमारे लोग सोचते हैं कि आरक्षण और राजनीति का लाभ फलाने फलाने जाति के लोगों ने अधिक लिया इसलिए संघर्ष भी वो ही करेगे
मजदूर,किसान लोग सोचते हैं कि आरक्षण और राजनीति का फायदा नौकरी वाले और पैसे वाले ने सबसे अधिक लिया इसलिए संघर्ष वो ही करेगे
इसी मानसिकता के कारण हमारे बहुजन समाज के लोगों का पतन रहा है