BN बांसवाड़ा न्यूज़ – शांति और अहिंसा प्रकोष्ठ के तत्वाधान मे सज्जनगढ़ पंचायत समिति हाल मे सोमवार को गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि प्रधान रामचंद्र डीडोर रहे अध्यक्षता जिला संयोजक रमेश चंद्र पंड्या ने की और विशिष्ट अतिथि पूर्व प्रधान मोती भूरिया, ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी, भारत दोसी, को दर लाल बुनकर, गोपाल तलदार, तुलसी राम जोशी रहे। प्रशिक्षण का प्रारंभ प्रात गांधी रैली से हुआ जो सज्जनगढ़ के मुख्य मार्ग से गुज़री। तिरंगे झंडे लिए और महात्मा गांधी के प्रिय भजन गाते हुए लोगों ने गांधी अमर रहे का उद्घोष किया । जिला संयोजक रमेश चंद्र पंड्या ने कहा कि गांधी दर्शन की अनेक बातें हम जीवन मे उतार सकते है। इकाई के रूप मे समाज मे हमारी भूमिका को हमे स्वयं पहचाना होगा। उन्होंने कहा कि आप मे जो अच्छा है उसके लिए शाबाशी दे सकते है वहीं हमे अपनी कमी के बारे मे जानना चाहिए और उसे दूर करना चाहिए। उन्होंने गांधीजी के पंक्ति मेरा जीवन ही मेरा संदेश है को स्पष्ठ करते हुए कहा कि हमे अपने जीवन को आदर्श रुप मे प्रस्तुत करना चाहिए। पंड्या ने कहा कि गांधी का अनुसरण करने के लिए अपना आचरण बनाये। सबके लिए जीने के भाव से ही व्यक्ति महान बनता है। मुख्य अतिथि प्रधान राम चंद्र डीडोर ने कहा कि मन और तन का सामंजस्य करे जहा शरीर है वहीं मन रखे अपने भीतर के मनुष्यत्व को जगाकर समाज हित मे काम करे। उन्होंने कहा कि हमे सोच बदलने की ज़रूरत है मोबाइल हमे बिगाड़ रहा है। हमे अपना आचरण सुधरा है जो अच्छा रहे और नई पीढी तक पहुचें। उन्होंने स्थानीय परंपरा के उदाहरण देते हुए हलमा ,नातरा ,नोतरा , मोताना आदि मे आ रही कुरीतियों की चर्चा कर गांधी दर्शन समझाया । इस अवसर पर पीइइओ बाबूलाल दातला, प्रिंसिपल बापू लाल दातला, धीरज मल आदि ने विचार व्यक्त किए। गांधी लेखक भारत दोसी ने प्रश्नोत्तरी की जिसमें भाग लेने वाले संभागी को गांधी प्रश्नोत्तरी पुस्तक भेंट दी गई। प्रारम्भ मे विकास अधिकारी ललित कुमार गर्ग ने स्वागत भाषण देते हुए गांधी दर्शन पर विचार रखे। अतिथियों ने महात्मा गांधी की तस्वीर पर सूत की माला चढ़ाई। ओकार सिंह, विनोद जोशी, जोर भाई,पप्पू कटारा, मांगी लाल दातला आदि ने अतिथियों का माला पहनाकर स्वागत किया। शालिनी और दल ने देशभक्ति पूर्ण गीत गाया और बालिकाओं ने गांधीजी का प्रिय भजन वैष्णव जन तो ते ने कहिये गाया। आभार नीलेश मेरावत ने व्यक्त किया और संचालन भरत पंचाल ने किया।