BN बांसवाड़ा न्यूज़ – शांति और अहिंसा प्रकोष्ठ बांसवाड़ा के तत्वाधान मे उपखंड बागीदौरा का गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर नौगामा के नसियाजी तीर्थ स्थल पर आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीया ने कहा कि युवा पीढी महात्मा गांधी के विचारों को आत्मसात करे और गांधीजी के दिखाए मार्ग पर चले। उन्होंने मानगढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि स्वतंत्रता का यह आंदोलन भी अहिंसक रहा। गांधीजी को समझकर कोई जीवन गुजारता है तो जीवन का आनंद ही अलग होता है। उन्होंने महात्मा गांधी के चंपारण मे धोती धारण करने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि महिलाओं के पास वस्त्र नहीं थे उससे व्यथित होकर ऐसा किया। मालवीया ने कहा कि जब तक धरती हैं महात्मा गांधी के फोटो वाली नोट चलती रहेगी। डॉ अम्बेडकर का जिक्र करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने ही डॉ भीमराव को ताकत दी तब उन्होंने संविधान लिखा। उन्होंने कहा कि गांधीजी के सच्चे सीफाई अशोक गहलोत है हम जहाँ बात खत्म करते है वहा से वे विचार शुरू करते है। उन्होंने महंगाई राहत कैम्प का जिक्र करते हुए कहा कि जनता की सेवा का इतना बड़ा काम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कर रहे है रोजाना वे लाखों लोगों के काम कर रहे है। इसीलिए आज चुनाव हो जाए तो हम 200 के 200 सीटे जीत रहे है । शांति एंव अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी ने 1857 की क्रांति को पढकर महिलाओं की ताकत को पहचान लिया और देश की आजादी मे जोड़ लिया उनके इसी प्रयास से महिलाओं को वोट की ताकत मिली। गांधी की हत्या के लिए जो लोग जिम्मेदार है उन्होंने कभी अपनी संस्था का अध्यक्ष नहीं बनाया। उन्होंने सोशल मीडिया पर चल रहे दुष्प्रचार का जिक्र करते हुए कहा कि गांधीजी को बार- बार मारने के प्रयास किए गए क्योंकि उनका योगदान सिर्फ देश की आजादी नहीं रहा उनका सपना आजादी के बाद के भारत का था जिससे कुछ लोग नाराज थे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अनेक रचनात्मक कार्यक्रम चलाए। उन्होंने कस्तूरबा गांधी, कमला नेहरू आदि की चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। सत्य को ढूंढना पड़ता है असत्य सामने रहता है हमें सत्य तक पहुंचा चाहिए। कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष गफ्फार खान,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी ,ब्लॉक ललित पाटीदार, सेवादल के प्रदेश सचिन अतीत गरासिया ,जिलाध्यक्ष साजिद नायक, वागधरा के जयेश जोशी, प्रभारी दिनेश चंद्र भट्ट, प्रधान सुभाष खराडी , लेखक भारत दोसी, सह संयोजक विकेश मेहता,नियाजुदीन खान, कोदर लाल बुनकर, गोपाल तलदार, नाथूलाल बुनकर गौरव पंड्या आदि मंच पर उपस्थित रहे। प्रधान खराडी ने कहा कि गांधीजी के दिखाए मार्ग पर चलने की जरूरत है उन्होंने अपना जीवन इस देश के लिए दिया। गफ्फार खान ने कहा कि गांधी को जीवन मे उतारने की जरूरत है उनके संदेश अंतिम व्यक्ति तक सुविधाएं पहुंचाने की जरूरत है को हम पूरा कर रहे है। लेखक भारत दोसी ने प्रश्नोत्तरी के माध्यम से गांधी दर्शन को प्रस्तुत किया जिसमें प्रशिक्षार्थीयो ने उत्साह से भाग लिया। सही उत्तर देने वालों को हाथों हाथ पुरुस्कार दिया गया। मुख्य वार्ताकार जयेश जोशी ने कहा कि स्वराज की बात वहीं कर सकता है जो स्वराजी हो। जोशी ने कहा कि आदिवासी सबसे बड़े स्वराजी है। वसुधैव कुटुम्बकम का भाव इस क्षेत्र मे देखा जा सकता है पर अब बाजार ने प्रवेश कर लिया है। उन्होंने कहा कि हमारा आदिवासी अहिंसक खेती करता रहा है पर अब बाजार ने खाद, कीटनाशक देकर ख़राबी कर दी हैं। प्रशिक्षण के प्रारम्भ मे प्रारम्भ मे प्रशिक्षार्थीयो ने रैली निकाली। जो गांव के मुख्य मार्ग से गुज़री। कार्यक्रम मे बड़ी संख्या मे महिलाओं और युवाओं ने भाग लिया। संचालन जिला संयोजक रमेश चंद्र पंड्या ने किया ।
