जोधपुर-राजस्थान के जोधपुर में भ्रूण लिंग परीक्षण करने के मामले में स्टेट पीसीपीएनडीटी इकाई, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन [PCPNDT] टीम ने बड़ी कार्रवाई की, जिसमे डॉक्टर इम्तियाज को एक बार फिर रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.अपने दो साथी ,भंवरलाल जांगिड़ एवं अशोक प्रजापत के साथ , ये तीनो ,अशोक प्रजापत के घर में गर्भ में ठहरे भ्रूण परिक्षण गैर क़ानूनी काम को अंजाम दे रहे थे, दोषी तो ये महिलाएँ भी है जिन्होंने भ्रूण लिंग प्रशिक्षण करवाकर 50 नवजातों को दुनिया में आने से पहले ही उनकी हत्या का प्लान बनाया हो,इनके ख़िलाफ़ भी जाँच होनी चाहिए, चिकित्सा विभाग की PCPNDT [ पीसीपीएनडीटी ] इकाई में कार्यरत एक कर्मचारी की सूचना पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन टीम ने पुलिस के सहयोग से कार्रवाई को अंजाम दिया,जो जोधपुर के शास्त्री नगर क्षेत्र में अशोक प्रजापत के मकान में दबिश देकर तीनों को दबोचा. यह कार्रवाई राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डॉक्टर जितेंद्र सोनी के सुपर विजन में पुलिस इंस्पेक्टर जितेंद्र गंगवानी ने की. बताते हैं कि पुलिस टीम ने जब आरोपी डॉक्टर से सवाल किया कि उसने कितनी कोख उजाड़ी? उसने कहा कि कोरोना काल के दौरान काम कम था. कुछ ठीक से याद नहीं.
इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए पीसीपीएनडीटी की टीम पिछले 3 दिनों से जोधपुरमें डेरा डाले हुए बैठी थी. टीम ने एक डमी पेशेंट को परीक्षण करवाने के लिए इन लोगों के पास भेजा था. जिस पर लिंग परीक्षण करने के लिए 70 हजार रुपये में सौदा तय हुआ. टीम के साथ आई प्रेग्नेंट महिला ने डॉक्टर इम्तियाज के दलाल प्रेक्षा हॉस्पिटल में कार्यरत ऑपरेशन असिस्टेंट भंवरलाल जांगिड़ के माध्यम से संपर्क किया और डॉक्टर भ्रूण लिंग परीक्षण करने के लिए तैयार हो गया.
जानकारी के मुताबिक डॉक्टर इम्तियाज पहली बार 2016 में पकड़ा गया था. फिर 2017, 2018 और 2019 में भी उसे गिरफ्तार किया गया था. लेकिन हर बार वह जेल से बाहर आया और वही कारनामे करने लगा. इस कार्रवाई के दौरान भ्रूण लिंग परीक्षण के मामले में हिस्ट्रीशीटर घोषित डॉक्टर इम्तियाज, दलाल भंवरलाल जांगिड़ तथा अशोक प्रजापत को गिरफ्तार किया है. अशोक प्रजापत के घर में इस काम को अंजाम दे रहे थे.जिसका किराया भी अधिक मिल रहा था
टीम ने इनके कब्जे से अत्याधुनिक भ्रूण लिंग परीक्षण की पोर्टेबल मशीन भी जब्त की है. डॉक्टर इम्तियाज जोधपुर के बालेश्वर के ब्लॉक सीएमओ पद पर रह चूका है , लेकिन लिंग परीक्षण करते हुए पकड़े जाने के बाद सस्पेंड हो गया था . सख्ती से पूछताछ के दौरान इन तीनों माया के लोभीयों ने पचास भ्रूण लिंग परीक्षण करना स्वीकार किया है. आरोपियों ने बताया कि यह पोर्टेबल मशीन दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास स्थित भागीरथ पैलेस क्षेत्र के सर्जिकल मार्केट से खरीदा गया है. फिलहाल इन तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है हमेशा की तरह ,BN Banswara News- Saeed Mirza Hindustani Report