BN बांसवाड़ा न्यूज़ – रामजी मंदिर पादर मठ पर कब्ज़ा करने वालों व् 70 बीघा जमीन, और एक करोड़ रूपया मंदिर के हथियाने,वालों के खिलाफ सख्त क़ानूनी कार्रवाई और इसमें शामिल लोगों की तत्काल गिरफ़्तारी हेतु क्षत्रिय समाज मोठा गांव ,एवं सर्व समाज के लोगों ने रैली निकाल कर जमकर की नारेबाजी , बांसवाड़ा जिला कलेक्टर प्रकाश शर्मा , एडिशनल SP कान सिंह भाटी , एवं बांसवाड़ा में आये कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा को भी दिया ज्ञापन, साथ ही नाथू लाल नायक से एक करोड़ रुपया एवं चंदे की रशीद बुक वापस दिलाने हेतु भी किया अनुरोध
,नहीं तो अनशन ,धरना एवं आंदोलन करने की दी चेतावनी करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष भंवर सिंह सलाडिया एवं क्षत्रिय समाज मोठा गांव के लोगों ने ,रामजी मंदिर पादर मठ और उससे जन लगभग 70 बीघा भूमि को हथियाने एवं अतिक्रमण संबंधित अपराध के अपराधियों हेतु जांच पड़ताल एवं संबंधित कार्यवाही में तत्कालीन SHO एवं अन्य अधिकारियों द्वारा लगातार उदासीन रवैये से अपराधियों पर कार्रवाई में दील रही है। ऐसे में स्थानीय मंदिर के भक्तो विशेषकर पीढ़ी दर पीढ़ी जुड़े राजपूत समाज को रामजी मंदिर पादर मठ और उसकी संपत्ति को हड़पने से रोकने के लिए विशेष प्रयास करना अनिवार्य हो गए। जांच पड़ताल में ढील, अत्यधिक समय होने की वजह से इस पुरे विषय को 2 समाज के बीच का मसला दिखाने और बनाने की कोशिश हुई है जबकी यह साफ तौर पर एक अपराधिक मामला है जिसमे मंदिर और मऊ के बचाव में पुलिस विभाग उदासीन की उसे स्थानीय मंदिर करना के भक्तो को हस्तक्षेप करना पड़ा ,अपराधियों के गिरफ्तारी के खिलाफ स्टे ,2 अगस्त 2022 को समाप्त हो रहा है। पुलिस-प्रशासन के पूर्व के रवैये से हमें पूरी आशंका है कि तत्काल कार्यवाही न करके अपराधियों को घुलेआम घूमते व सुप्रीम कोर्ट से स्टे लेने का मौका बरकरार रहेगा ,मंदिर के भक्तों में आक्रोश और पीड़ा है और आपसे निवेदन है कि बिना विलंब के अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए। तत्काल गिरफ्तार ना होने पर भक्तों के पास आंदोलन और धरने के अलावा और कोई उपाय नहीं होगा। तत्काल गिरफ्तारी ना होने पर उक्त आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी पुलिस एवं प्रशासन की ही होगी। जैसा कि विदित है कुछ वर्ष पूर्व हमारी आस्था के प्रतीक मंदिरों से एक रामजी मंदिर पादर मठ पर कुछ लोगों के द्वारा धर्म के आड़ में बुरी नियत एवं कुदृष्टि के साथ मंदिर के स्वामित्व ए मंदिर भूमि को हथियाने का एक षड्यंत्र रचा गया जिस भंडाफोड़ मंदिर के तत्कालीन महंत मणिशंकर के देहावस के उपरांत आयोजित कार्यक्रम में होता है। पूर्वजों द्वारा गोरक्षा एवं मंदिरों के हित रक्षार्थ आत्मोत्सर्ग करने की परंपरा वाले क्षत्रिय समाज के द्वारा उक्त षड्यंत्र की योजना से सर्व समाज को अवगत कराने व कानूनी प्रक्रिया द्वारा षड़यंत्रकारियों के नापाक इरादों को रोकने का यत्न किया गया।
इसी क्रम में 2 सितंबर 2020 को सबूतों के साथ अपराधियों के खिलाफ मोटागांव थाने में FIR दर्ज कराई गई जिसमे जुर्म प्रमाणित पाए जाने पर मोटागाँव थाने के तत्कालीन SHO हेमंत जी चौहान को 01-08-2021 को ज्ञापन देने के बावजूद अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया गया। उन्हें हाई कोर्ट जाने का अवसर मिल गया जिसके चलते आरोपी हाई कोर्ट से 12-08-2021 को स्टे लेने में सफल हुए।पुलिस की लापरवाही और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही नहीं करने और उचित अनुसंधान नहीं करने के कारण यह मंदिर विवाद बढ़ता गया और अपराधियों के हौसले बुलंद होते गए। माननीय उच्च न्यायालय द्वारा FIR 104 दिनांक 2/09/20 में अपराधियों की अर्जी खारिज करते हुए स्टे हटा दिया है जो दिनांक 02 अगस्त 2023 से प्रभावी हो जाएगा। (1) FIR 104/2020 के सभी अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए , (2) न्यायालय में राजकीय अधिवक्ता द्वारा FIR कर्ता के पक्ष सशक्त पेरवी की जाए। (3) हाल ही में विदेश (कुवैत) चले गए अपराधी नगजी नायक को उचित कार्यवाही कर भारत लाया जाए और गिरफ्तार किया जाए। 4) मंदिर पर कब्जा दर्शाने के लिए फर्जी दस्तावेज पेश कर विद्युत कनेक्शन लिया गया था जिसमें निष्पक्ष अनुसंधान नहीं किया गया है। सरपंच के बयान नहीं लिए गए। पुनः जांच कर मुकदमा दर्ज किया जाए। दिनांक 24-06-20 को दिये गये परिवाद की छाया प्रति, पुलिस की जांच रिपोर्ट व सरपंच द्वारा RTI के तहत जारी पत्र । 5) रामजी मंदिर पादर विवाद में 05 अगस्त 2020 को मोटा टांडा में कुछ लोगों ने पुलिस की जीप पर पथराव किया जिसमें पुलिस की जीप का कांच फोड दिया सिपाहियों की वर्दी फाड़ दी गई और पुलिस के साथ मारपीट की गई SHO ने स्वयं 7 लोगों के नामजद व 20 अन्य के खिलाफ FIR 086/2020 दर्ज की थी फिर अनुसंधान अधिकारी ने पीड़ित सिपाहियों के और मौके पर उपस्थित राजपूत समाज के लोगों के बयान लिए बिना ही अनुसंधान कर सिर्फ 2 लोगों का चालान पेश किया गया जिनको सशक्त पेरवी और अनुसंधान के अभाव में तुरंत जमानत मिल गई । उक्त घटना की पुनः जाँच हो और सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाये और यदि तत्कालीन SHO ने झूठी FIR दर्ज की है तो SHO के खिलाफ कार्यवाही हो ।(6) रामजी मंदिर पादर के पूर्व महंत मणिशंकर की मृत्यु दिन ही मंदिर से अलमारी का ताला तुड़वाकर सोने की चेन, नकदी, के मणिशंकर के हिसाब की डायरी और मंदिर निर्माण के लिए प्राप्त समस्त चंदे व दान की रसीद बुक्स नाथूलाल नायक स्वयं लेकर चला गया जिसके खिलाफ रिपोर्ट का पुनः अनुसंधान कर बरामदगी की जाए।
दिनांक 20-08-2020 को दिए गये परिवाद की छाया प्रति । 7) पांच किलो भराव क्षमता का तांबे का पात्र जिस पर मन्दिर और मोटागॉव ठिकाने का नाम अंकित है को अपराधियों से बरामद किया जाए। दिनाँक 07-10-20 को दिये गये परिवाद की छाया प्रति ।8) सभी अपराधियों की पुलिस रिमांड ली जाए ताकि समस्त दस्तावेज एवं वस्तुएं (तांबे का माणा, फर्जी वसीयत की मुल प्रति आदि) बरामद हो सके। 9) आरोपी षड्यंत्रकारियों के पास पडी पूर्व महंत मणिशंकर जी एवं मंदिर की राशि लगभग 1 करोड़ रुपया मंदिर के वर्तमान महंत कोदिलाई जाए।10) मंदिर से रिसीवर को हटाकर मंदिर आमजन के दर्शनों के लिए खोला जाए एवं मंदिर की चाबी महंत सुदर्शनदास को सुपुर्द की जाए। रामजी मंदिर पादर के पूर्व महंत मणिशंकर की मृत्यु दिन ही मंदिर से अलमारी का ताला तुड़वाकर सोने की चेन, नकदी, के मणिशंकर जी के हिसाब की डायरी और मंदिर निर्माण के लिए प्राप्त समस्त चंदे व दान की रसीद बुक्स नाथूलाल नायक स्वयं लेकर चला गया जिसके खिलाफ रिपोर्ट का पुनः अनुसंधान कर बरामदगी की जाए। दिनांक 20-08-2020 को दिए गये परिवाद की छाया प्रति । 7) पांच किलो भराव क्षमता का तांबे का पात्र जिस पर मन्दिर और मोटागॉव ठिकाने का नाम अंकित है को अपराधियों से बरामद किया जाए। दिनाँक 07-10-20 को दिये गये परिवाद की छाया प्रति । सभी अपराधियों की पुलिस रिमांड ली जाए ताकि समस्त दस्तावेज एवं वस्तुएं (तांबे का माणा, फर्जी वसीयत की मुल प्रति आदि) बरामद हो सके। आरोपी षड्यंत्रकारियों के पास पडी पूर्व महंत मणिशंकर एवं मंदिर की राशि लगभग 1 करोड़ रुपया मंदिर के वर्तमान महंत को दिलाई जाए। मंदिर से रिसीवर को हटाकर मंदिर आमजन के दर्शनों के लिए खोला जाए एवं मंदिर की चाबी महंत सुदर्शनदास को सुपुर्द की जाए।