BN बांसवाड़ा न्यूज डेस्क – (मुजफ्फरनगर)। खुब्बापुर गांव के नेहा पब्लिक स्कूल में शिक्षिका पर छात्र की जातीय आधार पर अन्य छात्रों से पिटाई कराने का आरोप है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में शिक्षिका गाली दे रही हैं। बीएसए शुभम शुक्ला ने कहा कि वीडियो की जांच कराई जा रही है। महिला शिक्षिका और प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में शिक्षिका एक बच्चे को कक्षा में खड़ा कर अन्य बच्चों से चांटे लगवा रही हैं। पीडि़त बच्चा मुस्लिम बताया जा रहा है। शिक्षिका साथ ही एक युवक से बात कर रही है और आपत्तिजनक बातें कही जा रही हैं। वीडियो में गाली भी सुनाई दे रही है। वीडियो वायरल होते ही शिक्षिका तृप्ता त्यागी के व्यवहार की निंदा शुरू हो गई। बीएसए ने 34 सेकेंड के इस वीडियो को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू करा दी है। वीडियो की जांच कराई है। शिक्षिका द्वारा अपने घर में स्कूल संचालित किया जा रहा है। वीडियो से संबंधित लोगों से बात कराई है। काम न करने पर शिक्षिका द्वारा छात्र की दूसरों बच्चों से पिटाई कराई जा रही है। मामले में तहरीर ली जा रही है। कार्रवाई की जाएगी।कानूनी कार्रवाई की जाएगी : डीएम
डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी का कहना है कि मुकदमा दर्ज कराया गया है। बच्चे की काउंसिलिंग कराई जा रही है।
बाल कल्याण समिति की टीम पहुंची,
बाल कल्याण समिति के चेयरमैन डॉ. राजीव कुमार का कहना है कि प्रकरण की जांच कराई जा रही है। पीड़ित बच्चे की काउंसिलिंग कर रहे हैं।
गांव में चाहिए भाईचारा, आरोपी पर हो कार्रवाई ,
पीड़ित बच्चे के पिता इरशाद से रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने बात की। उन्होंने पीड़ित पक्ष से पूछा कि आप क्या चाहते हैं? इस पर इरशाद ने कहा कि गांव में भाईचारा बना रहे, जो भी कानूनी कार्रवाई हो, वह शिक्षिका पर हो। जयंत चौधरी ने कहा कि जब वह क्षेत्र में आएंगे, आपके घर आएंगे।
वहीं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने लोगों से आग्रह किया है कि पीड़ित बच्चे की पहचान उजागर न की जाए, जिसे स्कूल में सहपाठियों ने थप्पड़ मारे। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से एक वीडियो जारी कर कड़े शब्दों में लड़के की पहचान उजागर न करने का आग्रह किया है। एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा कि मामले में कार्रवाई के लिए निर्देश जारी किए जा रहे हैं। संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं। सभी से अनुरोध है कि बच्चे का वीडियो शेयर न करें, ऐसी घटनाओं की जानकारी ईमेल से दें, बच्चों की पहचान उजागर कर अपराध का हिस्सा न बनें।
