कुवैत में एक छह मंजिला इमारत में लगी आग में 45 भारतीयों की मौत हो गई है,कुबेर’ यूसुफ अलीयूसुफ अली ने कुवैत में जान गंवाने वालों को दिए 5 – 5 लाख,रूपये,आर्थिक सहायता दी,साथ ही भारत सरकार ने भी 2 – 2 लाख रुपये की घोषणा की है,हालाँकि कि ये बहुत ही कम है कम से कम 50 -50 लाख रुपये की आर्थिक मदद देनी चाहिए क्यों कि कई लोगो को भारत देश में ही 50 लाख एवं सरकारी नौकरी भी देने की घोषणाएँ कर मदद की है ,इन्हे भी ?
कौन हैं लुलु मॉल वाले का जन्म 1955 में केरल के त्रिसूर में हुआ था.यूसुफ के पिता वहां किराने की छोटी सी दुकान चलाते थे. उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्लोमा किया. इसके बाद वो 1973 में यूएई में रिटेल स्टोर चलाने वाले अपने चाचा के पास चले गए थे.
कुवैत में एक छह मंजिला इमारत में लगी आग में 45 भारतीयों की मौत हो गई है .कुवैत में मारे गए भारतीयों के शव शुक्रवार को भारत लाए गए.इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए अलग-अलग आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है.वहीं मलयाली मूल के दो उद्योगपतियों ने भी मृतकों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की है.केरल सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक युसूफ अली ने हर मृतक के परिवार के लिए पांच लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है.वहीं रवि पिल्लई ने हर मृतक के परिवार को दो लाख रुपये की मदद का ऐलान किया है.
क्या काम करता है यूसुफ अली का लुलु ग्रुप —-
यूसुफ अली अपनी दानवीर छवि के लिए मशहूर हैं.यूसुफ अली लुलु ग्रुप इंटरनेशनल के प्रमुख हैं.देशभर में मशहूर लुलु मॉल की श्रृंखला को यही ग्रुप चलाता है.कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक लुलु ग्रुप दुनिया के 25 देशों में कारोबार करता है.इसके 260 से अधिक रिटेल आउटलेट हैं.इस समूह में 70 हजार से अधिक लोग काम करते हैं.
इस कंपनी ने हैदराबाद, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम, बंगलुरु, , लखनऊ और कोयंबटूर में लुलु मॉल खोले हैं.लुलु ग्रुप की योजना भारत के 12 और शहरों में मॉल खोलने की है.कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक लुलु ग्रुप रिटेल, हॉस्पिटैलिटी, डिस्ट्रीब्यूशन, मैन्यूफैक्चरिंग एंड प्रॉसेसिंग, हॉस्पिटैलिटी और रियल एस्टेट के फिल्म में कारोबार करता है.इसका सालाना कारोबार आठ अरब डॉलर का है. यूसुफ अली का नाम विदेश में सबसे अधिक भारतीयों को नौकरी देने वाले शख्स के रूप में भी दर्ज है.