आदिवासी आरक्षण मंच की ओर से अपनी मांगों को लेकर सज्जनगढ़ उपखण्ड कार्यालय के सामने अशोक गहलोत का पुतला दहन किया।

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BN बांसवाड़ा न्यूज़ – आदिवासी आरक्षण मंच की ओर से अपनी मांगों को लेकर सज्जनगढ़ उपखण्ड कार्यालय के सामने अशोक गहलोत सरकार के पुतले फूंककर आज उग्र आंदोलन शुरू हो गया है। आदिवासी आरक्षण मंच के पदाधिकारी व कार्यकर्ता आज सुबह ग्यारह बजे ही उपखण्ड कार्यालय पहुंच गये व सांकेतिक धरना देकर आदिवासी आरक्षण मंच की मांगों को अनसुना करने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,जल संसाधन मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग मंत्री अर्जुनसिंह बामनिया, कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया व जिला कलेक्टर प्रकाश चन्द्र शर्मा के विरुद्ध उग्र नारेबाजी करके उपखण्ड कार्यालय के सामने उनके पुतले दहन किये। केन्द्रीय कमेटी संयोजक प्रो.कमलकान्त कटारा ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार अनुसूचित क्षेत्र के आदिवासियों को गुमराह कर रही है, उनके साथ खिलवाड़ कर रही है। आदिवासियों की हितैषी होने का दावा करने वाली राजस्थान सरकार सबसे पिछड़े आदिवासी वर्ग की ही अनदेखी कर रही है इससे अधिक तानाशाही और क्या हो सकती है? मुख्यमंत्री स्वयं दो दिवसीय दौरे पर आये लेकिन न तो उन्होंने आदिवासी की मांगों पर कोई चर्चा की और न इस संबंध में स्थानीय राजनेताओं ने मुख्यमंत्री से कोई वार्ता की।

सरकार के इस उपेक्षापूर्ण और तानाशाही रवैए से आदिवासी न केवल ठगा सा महसूस कर रहा है अपितु भारी आक्रोश भी हर तरफ व्याप्त होता जा रहा है। सरकार ने 2013में एक झटके से गैर जनजाति वर्ग की मांग पूरी करते हुए आरक्षण की अधिसूचना जारी कर दी थी जबकि आदिवासी की मांग पर बहाने बना रही है। सरकार केन्द्र से पूछने की बात कर रही है जबकि वोट लेने आदिवासी के पास आती है।अगर हमारी मांग पूरी नहीं करती है तो अब वोट लेने के लिए आदिवासी के पास न आकर केंद्र के पास ही जाना होगा। सरकार बहाने बनाना छोड़ कर आदिवासियों की जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण, राज्य सेवाओं में 6.5%पृथक आरक्षण व न्यूनतम उत्तीर्णांक की मांग पूरी करे वरना अनुसूचित क्षेत्र से विदाई लेने की तैयारी शुरू कर दे। उपखण्ड कार्यालय के सामने पुतले फूंकते हुए आदिवासी आरक्षण मंच के कार्यकर्ताओं ने अशोक गहलोत मुर्दाबाद, गहलोत कहना मान ले वरना कुर्सी छोड़ दे,जो सरकार निकम्मी है वो सरकार बदलनी है जैसी उग्र नारेबाजी करके विरोध प्रदर्शन किया। आगे यदि सरकार नहीं सुनती है तो विरोध के और भी उग्र तरीक अपनाये जायेंगे।या तो आरक्षण लेकर रहेंगे या फिर सरकार को अनुसूचित क्षेत्र में घुसने नहीं देंगे।अगला धरना व पुतला दहन का कार्यक्रम 19जून,2023को बागीदौरा उपखण्ड कार्यालय पर रखा गया है जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,जल संसाधन मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, जनजाति मंत्री अर्जुनसिंह बामनिया, सांसद कनकमल कटारा व जिला कलेक्टर प्रकाश चन्द्र शर्मा का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शित किया जाएगा। इस अवसर पर जिला कमेटी सदस्य दिनेश राणा, आनंद निनामा, सज्जनगढ़ ब्लाक संयोजक कमलेश पारगी,कमल मछार,डा.सोमेश्वर गरासिया, विनोद पटेल,अंजेश बारिया, पप्पू पारगी,बादल गणावा,भरत बारिया,जीवन भगोरा,पंकज पारगी, शांतिलाल कटारा, प्रकाश चन्द्र रावत, मीठालाल रावत, नरेश मछार, मोहनलाल गरासिया , रमेश मछारआदि अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। जानकारी प्रोफेशर कमलकांत कटारा ने दी।

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