BN बांसवाड़ा न्यूज़ – जिसमें मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ अमानवीय कृत्य करने और सरेआम हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है विगत दिनों पूर्व पत्र-पत्रिकाओं , सोशल मीडिया में प्रकाशित खबरों के आधार पर मणिपुर राज्य में आदिवासी समुदाय की कुकी जाति की महिलाओं को दरीदो के द्वारा अगवा करके निर्वस्त्र किया गया तथा उनके साथ गेगरेप किया गया और सार्वजनिक तोर पर निर्वस्त्र अवस्था में सड़कों पर घुमाना ओर उसके स्तनों, गुप्तांगों में सरेआम छेड़छाड़ करते हुए सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हुआ यह एक अमानवीय कृत्य है जो संवैधानिक प्रक्रिया के विरुद्ध है उक्त घटना चार मई की बताई जा रही है 80 दिनों से मणिपुर जल रहा है डबल इंजन की सरकार द्वारा किसी प्रकार का संज्ञान नहीं लिया गया आज तक आदिवासी समाज के हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं तथा सैकड़ों की संख्या में जाने चली गई। उक्त घटना से संपूर्ण आदिवासी समाज ही नहीं देश की 140 करोड़ जनता शर्मसार हुई है।

मणिपुर के जनजाति क्षेत्र मैं पांचवी अनुसूची लागू होने से आदिवासियों की जमीन को गैर आदिवासी खरीद नहीं सकता है पहाड़ी क्षेत्र में आदिवासी समुदाय रहता है उक्त क्षेत्रों में बहुमूल्य खनिजों के भंडार हैं जिस पर मोदी सरकार खनिजों का दोहन करने के लिए आदिवासियों को विस्थापित करना चाहती है तथा औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने के लिए उस क्षेत्र को अदानी अंबानी के हवाले करना चाहती है जिसके कारण इस प्रकार की घटनाओं पर डबल इंजन की सरकार के द्वारा किसी प्रकार का संज्ञान नहीं लिया जा रहा है । उक्त घटना के आरोपियों को तत्काल प्रभाव से फांसी की सजा दी जाए तथा मणिपुर की जनता में आपस में शांति और सौहार्द स्थापित करने का काम सरकार के द्वारा किया जाना चाहिए नहीं तो देश का आदिवासी समाज सड़कों पर उतरेगा और आंदोलन के लिए बाध्य होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की रहेगी ज्ञापन देते समय उपस्थित बीटीपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजय भाई मईडा, जिला अध्यक्ष देवचंद्र मावी, बीटीटीएस जिलाध्यक्ष नारायण निनामा, जिला परिषद सदस्य प्रमिला खराड़ी, निर्मला, एडवोकेट सिमन लता, एडवोकेट माया मईडा, ब्लॉक अध्यक्ष मान सिंह डामोर, दीपक कटारा, धीरजमल निनामा, युवा जिला अध्यक्ष दिनेश भाई, रमेश कटारा, शानू भाई, मुन्ना भाई,एडवोकेट वालसिंह, सुनील, सुरेश आदि कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित रहे।

