BN बांसवाड़ा न्यूज़ – भारतीय ट्रायबल पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजयभाई मईडा ने प्रेस नोट के माध्यम से कहा की भाजपा समर्थित जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा हुंकार रैली का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आदिवासी समाज को डीलिस्टिंग के माध्यम से बांटने का काम किया जा रहा है। समाज का डीलिस्टिंग होता है तो शेड्यूल एरिया समाप्त हो जाएगा क्योंकि आदिवासियों की संख्या 50% से कम होने पर संवैधानिक अधिकार समाप्त हो जाएंगे ।

यही नहीं पांचवी ,छठी अनुसूची, पेसा एक्ट, आरक्षण के प्रावधान समाप्त हो जाएंगे। ब्रिटिश सरकार के समय आदिवासियों के पूर्वजों द्वारा 1871- 72 में आदिवासी धर्मकोड संख्या 7 लागु करवाया गया था उसे स्वतंत्र भारत के बाद 1961 में कांग्रेस सरकार द्वारा समाप्त कर दिया गया। वर्तमान में आदिवासियों को वोट बैंक के रूप में भाजपा और कांग्रेस दोनों साधने के लिए इस प्रकार के संगठन बनाकर बांटने का काम किया जा रहा है उनकी संस्कृति और रिती रिवाज समाप्त करना उनके संवैधानिक अधिकारों को समाप्त कर अनुच्छेद 244 को हटाने का बहुत बड़ा षड्यंत्र है। डीलिस्टिंग से धर्मांतरित ओर अधर्मातरित आदिवासीयों के संवैधानिक अधिकार समाप्त हो जाएंगे। भारतीय संविधान में सभी धर्मों को अंगीकार किया गया तथा प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है कि वह किसी भी धर्म को माने। उसकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता है इस प्रकार से भाजपा समर्थित जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा डीलिस्टिंग का अभियान देश में चलाया जा रहा है यह संवैधानिक प्रक्रिया के विरुद्ध है जिसका भारतीय ट्रायबल पार्टी विरोध करती है।
”हुंकार रैली का आयोजन किया जा रहा है।”

