BN बांसवाड़ा न्यूज़ – भारत जोड़ों यात्रा का सोमवार को समापन हुआ । इसी दिन महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उनको श्रद्धांजलि भी दी गई । इस अवसर पर बांसवाड़ा कांग्रेस द्वारा कार्यालय पर तिरंगा ध्वज फहराया और साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पण कर श्रद्धांजलि दी गई । जिलाध्यक्ष चांदमल जैन ने बताया कि राहुल गांधी द्वारा निकाली भारत जोड़ो यात्रा ने 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होते हुए 4,080 किलोमीटर की दूरी तय की. इस दौरान राहुल गांधी ने 12 जनसभाओं, 100 से अधिक बैठकों, 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।यात्रा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से होकर गुजरी है । राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का 30 जनवरी सोमवार को समापन हुआ। तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई ये यात्रा 145 दिनों में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरते हुए करीब 4000 किलोमीटर की दूरी तय कर जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुंची जहां राहुल गांधी ने रविवार को ऐतिहासिक लाल चौक जाकर तिरंगा फहराया और सोमवार को तिरंगा ध्वज फहरा कर समापन किया । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार आज पार्टी कार्यालय पर भी तिरंगा फहराया गया है । उन्होंने कहा राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस की इस यात्रा में भारी तादाद में पार्टी कार्यकर्ता समर्थकों और आमजन ने हिस्सा लिया है। राहुल गांधी ने पैदल यात्रा करके पूरे देश में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है । जो चीजें हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर या गाड़ी में यात्रा करते समय नहीं समझी जा सकतीं। किसानों से हाथ मिलाने के बाद ही कोई समझ पाता है कि वे क्या कर रहे हैं। राहुल गांधी ने वही किया है ।सभापति जेनेद्र त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ों यात्रा को अपने लिए तपस्या बताया । उनका मकसद लोगों से जुड़कर उनकी समस्याओं को समझना था और इस यात्रा के जरिए उनका यह मकसद पूरा हुआ है।इस यात्रा के जरिए राहुल गांधी ने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है । पूर्व विधायक रमेश पंड्या ने गांधी जी की पुण्यतिथि पर कहा कि महात्मा गांधी को हमारे देश की आज़ादी में उच्चतम योगदान की वजह से उन्हें “राष्ट्रपिता या बापू ” के रूप में जाना जाता है। गांधी जी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक सदस्य के रूप में उन्होंने असहयोग आंदोलन, सिविल डिसओबेडिएंस मूवमेंट और बाद में भारत छोड़ो आंदोलन की तरह एक के बाद एक कई काम किये जो एक दिन सफल हुए और भारत को स्वतंत्रता दिलाने में मददगार साबित हुए ।पार्टी प्रवक्ता एडवोकेट इमरान खान पठान ने जानकारी दी कि इस दौरान मुकेश जोशी, कृष्णपाल सिंह सिसोदिया,नाहर सिंह पटेल,नवाब फौजदार,नटवर तेली,देवबाला राठौड़,प्रकाश मईडा,साजिद नायक,शाहिद मंसूरी, जाहिद अहमद सिंधी, भारत दोसी,ज्ञानेंद्र त्रिपाठी,शैलेंद्र वोरा,संजय जैन,मांगीलाल नायक,कमला शंकर मईडा, कमरुन्निसा बी, सुरेश कलाल आदि मौजूद रहे ।