BN बांसवाड़ा न्यूज़ से – उदयपुर सेंट्रल जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे बांसवाड़ा के कैदी रियाज अहमद पुत्र मीर मोहम्मद की शनिवार को मौत हो गई। शव को एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया है, जहां रविवार सुबह मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम होगा। मृतक को सेशन न्यायालय बांसवाड़ा ने जमील मर्डर कांड में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। अंजुमन इस्लामिया के पूर्व सदर अबू लाला और उसके भाई गोटा लाला के मर्डर में भी रियाज अहमद का नाम उछला था।
अदालत में विचाराधीन मामले में भी रियाज आरोपी था। जून 2020 में आरोपी रियाज को राजसमंद की जेल से उदयपुर शिफ्ट किया गया था। उदयपुर जेल के जेलर ओंकार जोशी ने बताया कि होली चौकी, कस्टम चौराहा निवासी रियाज अहमद की मौत हो गई है। वह शुगर और हार्ट सहित अन्य रोगों से तंग था। नियमित दवाइयां भी ले रहा था। मौत के मूल कारण पोस्टमार्टम के बाद सामने आएंगे। पोस्टमार्टम कल सुबह होगा। गौरतलब है कि वर्ष 2006 में आपसी विवाद को लेकर हुई समझौता बैठक में फिर से हुए विवाद के बीच जमील खान का मर्डर हुआ था। इसमें रियाज खान, उसके दोनों बेटों और भाई खान बहादुर को अदालत ने दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
दोनों बेटे और भाई भी जेल में
रियाज अहमद के साथ अदालत ने उसके दोनों बेटों सिराज खान और इम्तियाज खान को भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद रियाज खान और खान बहादूर को बांसवाड़ा जेल से धमकाने, फिरौती मांगने एवं जमीनें खाली कराने जैसे कृत्यों में शामिल मानते हुए 23 नवंबर 2019 को जेल DG ने दूसरी जेल में शिफ्ट करने के आदेश दिए थे। करीब 7 कैदियों के लिए ऐसे आदेश जारी हुए थे। इनमें एक रियाज भी था। इसके बाद रियाज को राजसमंद की जेल में भेजा गया था। वहीं रियाज के पुत्र सिराज और इम्तियाज को अजमेर जेल में शिफ्ट किया गया था। खान बहादूर भी उदयपुर जेल में ही है।
अबुलाला कांड में परतापुर से हुई थी गिरफ्तारी
2014 में अबू लाला हत्याकांड के बाद पुलिस ने जनवरी 2015 में आरोपी रियाज अहमद और खान बहादूर खान को परतापुर से गिरफ्तार किया था। बता दें कि 19 मई 2014 को कोतवाली के राजतलाब क्षेत्र में बैठे अज्ञात नकाबपोश दुपहिया वाहन सवारों ने अंजुमन इस्लामिया के सदर अबू लाला पर बंदूक से फायर किया। इसमें घायल लाला की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। वहीं 2017 में अबू लाला के भाई गोटा लाला की हत्या हुई थी।