BN बांसवाड़ा न्यूज़ से – इस अभियान की शुरुआत बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर पोते प्रकाश अंबेडकर की। सभा संबोधन के बाद सभी संगठनों ने मुख्यमंत्री आवास की तरफ कूच सुरु किया तो भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर सरकार ने बाला साहब प्रकाश अंबेडकर को रोक दिया। सभा और मार्च के लिए आए सभी लोगो में सरकार के खिलाफ भेदभावपूर्ण रवैए के कारण नाराजगी जताई और विरोध के रूप में नारे लगाए को स्वाभाविक है,प्रकाश अंबेडकर जी ने राजस्थान सरकार के न्याय मूल्य में दलितों के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार से नाराजगी जताई कांग्रेस भाजपा को एक बताया। इंद्र मेघवाल और जितेंद्र मेघवाल को न्याय मिले इसको लेकर प्रतिनिधि मंडल ने सरकार को ज्ञापन सोपा। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए सरकार के नुमाइंदों ने प्रकाश अंबेडकर को अपॉइंटमेंट के लिए कहा है।
प्रकाश अंबेडकर ने कहा जिस दिन आप एक लाख लोग परिपक्व और वैचारिक रूप से एक साथ आंदोलन करेंगे उस दिन आपको सरकार के पास नहीं सरकार को आप के पास आना पड़ेगा। इस बात को हम सभी को गंभीरता से लेना चाहिए।
कीमती समय में से समय निकाल कर आप सभी इस आंदोलन का हिस्सा बने आप को धन्यवाद न्याय के लिए संघर्ष जारी रहेगा।