BN बांसवाड़ा न्यूज़ से- बिहार में नया बवाल खड़ा हो गया है। यहां नीतीश कुमार ने पाला बदलकर एक बार फिर लालू यादव की पार्टी के साथ सरकार बनाई। खबर यह हैकि नीतीश कुमार ने अपनी कैबिनेट में जिस आरजेडी विधायक को कानून मंत्री बनाया है, उन कार्तिकेय सिंह पर अपहरण का केस दायर है। अपहरण के मामले में बिहार के विधि मंत्री कार्तिक सिंह के खिलाफ एक महीने पहले वारंट निकला था। उन्हें कोर्ट में समर्पण करना था। इसी बीच 10 अगस्त को महागठबंधन की सरकार बन गई। दो दिन बाद ही 12 अगस्त को कोर्ट ने कार्तिक सिंह को एक सितंबर तक के लिए राहत दे दी। 16 अगस्त को कार्तिक बिहार के विधि मंत्री बना दिए गए।Kartikeya Singh ने जहां आरोपों को फर्जी बताया है, वहीं नीतीश कुमार का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि Kartikeya Singh के खिलाफ किसी तरह का वारंट जारी हुआ है।52 साल के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह आरजेडी के पूर्व विधायक अनंत सिंह के बेहद खास माने जाते हैं। वे आरजेडी के विधान परिषद सदस्य हैं। वे पटना स्थानीय निकाय से 2022 में एमएलसी बने थे।मूल रूप से मोकामा के रहने वाले हैं और राजनीति में आने से पहले शिक्षक थे। यह 1990 का दौर था। फिर बाहुबली नेता अनंत सिंह के संपर्क में आने के बाद वीआरएस ले लिया। राजद ने उन्हें 2022 में स्थानीय निकाय प्राधिकार कोटे से होने वाले एमएलसी चुनाव में टिकट दिया, जिसमे वे जीत गए। यही कारण है कि समर्थक उन्हें ‘कार्तिकेय मास्टर’ पुकारते हैं। अनंत सिंह भी इन्हें मास्टर साहब कहकर बुलाते हैं।