BN बांसवाड़ा न्यूज़ से – जालोर जिले के सुराणा गांव में दलित स्टूडेंट इंद्र कुमार की मौत के बाद से ही जनप्रतिनिधियों, मंत्रियों और समाज के लोगों का आना जारी है। बुधवार सुबह भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद भी सुराणा पहुंचे और इंद्र कुमार के परिवार से मुलाकात कर न्याय दिलाने का भरोसा दिला। इस दौरान उन्होंने मृतक छात्र के पिता को गले लगकर ढांढस बंधाया। चंद्रशेखर मंगलवार रात को बिना किसी पूर्व सूचना के सड़क मार्ग से सुराणा पहुंचे और परिवार से मिलकर वापस लौट गए।चंद्रशेखर को दो बार जोधपुर से वापस भेजा था
इससे पहले भी चंद्रशेखर पीड़ित परिवार से मिलने के लिए सुराणा गांव जाने के लिए दिल्ली से जोधपुर से आए थे, लेकिन पुलिस ने उनको सुराणा नहीं जाने दिया था। चंद्रशेखर पहली बार 17 अगस्त को जोधपुर आए थे। पुलिस ने उनको 4 घंटे तक रोके रखा और फिर सड़क मार्ग से दिल्ली छोड़कर आई थी, लेकिन 18 अगस्त की दोपहर चंद्रशेखर फ्लाइट में बैठकर वापस जोधपुर आ गए थे। इस दौरान चंद्रशेखर ने कहा कि हर पार्टी के लोग जालोर जा रहे हैं, तो मैं क्यों नहीं जा सकता। मैं जालोर में अपने लोगों से मिलकर रहूंगा। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने किया था प्रदर्शन
चंद्रशेखर को जोधपुर से ही वापस दिल्ली भेजने और जालोर नहीं आने देने पर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जालोर में जमकर प्रदर्शन किया। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने 18 अगस्त को जालोर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था और चंद्रशेखर आजाद को सुराणा आने की परमिशन देने की मांग की। फेसबुक लाइव आकर पीड़ित परिवार से मिलने की कही थी बात भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने 19 अगस्त की रात फेसबुक लाइव आकर जालोर आने और परिजनों से मिलने की बात कही थी। इस दौरान उन्होंने प्रशासन से अपील की थी कि पीड़ित परिवार को जिला मुख्यालय पर लाकर सुरक्षा दी जाए। गांव में उनकी जान को खतरा है। उन्होंने कहा कि 2 बार पीड़ित परिवार से मिलने आने पर पुलिस प्रशासन ने बीच में ही रोक दिया। मैं फिर लौटकर आऊंगा, किसी भी रास्ते से परिवार से मिलूंगा और न्याय दिलाऊंगा। उन्होंने कहा कि सामंतशाही अब पश्चिमी राजस्थान में नहीं चलेगी।