BN बांसवाड़ा न्यूज़ – आदिवासी आरक्षण मंच का करवा शुरु आज दिनांक 27 नवंबर 2022 रविवार को गोविंद गुरु राजकीय महाविद्यालय बांसवाड़ा के खेल स्टेडियम में आदिवासी आरक्षण मंच की बैठक का आयोजन किया गया । बैठक में टीएसपी क्षेत्र में आरक्षण की विसंगति को दूर करने पर चिंता व्यक्ति की गई। जिसमें मुख्य रूप से TSP क्षेत्र में जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण लागू किया जाएं। राज्य प्रशासनिक सेवाओं में जनजाति वर्ग को दिए गए 12% आरक्षण में से 6.5% TSP क्षेत्र में देने व राज्य सरकार की समस्त भर्तियों में न्यूनतम उत्तीर्णक को समाप्त किया जाए । आदि मुद्दों पर चर्चा की गई। अगली बैठक का आयोजन अगले रविवार 4 दिसंबर 2022 रखी जाएगी। बैठक में निर्णय लिया गया कि नवीन कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा और पुरानी कार्यकारिणी को उपस्थित रहना होगा। बैठक में समस्त जनप्रतिनिधियों को उपस्थित रहना जरुरी। रैलियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाए ।सभी विधायकों को एक मंच पर लाना। बेरोजगारों को बैठक में अनिवार्य रूप से निस्वार्थ भाव से अपनी उपस्थिति दे। भाजपा कांग्रेसी आदिवासी परिवार को एक मंच पर लाना। पार्टी विचारधारा को समाप्त आदिवासी आरक्षण मंच के बैनर तले कार्य करना । महिला विंग ,युवा विंग, बेरोजगार विंग, का गठन करना ।100 दिन के अंदर आरक्षण मंच को सफल बनाना। बैठक में बैठक में पूर्व विधायक देवेंद्र कटारा डुंगरपुर, एडवोकेट जनार्दन पटेल, बांसवाड़ा पार्षद अरविंद सीता डामोर , जिला परिषद सदस्य प्रमिला खराड़ी, एनयूएसआई पूर्व जिलाध्यक्ष प्रकाश मीणा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व जिला संयोजक मुकेश मेडा ,पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भवानी निनामा, पंचायत समिति सदस्य प्रियंका डामोर, रोशनी डामोर सरपंच गणेश डामोर, युवा नेता नवीन खराड़ी, बलवान मसार, दिनेश पारगी अल्पेश मोहनलाल पारगी वासुदेव चरपोटा, संजय खाट, पियूष खाट, प्रकाश पटेल, अविनाश डुंगरपुर, बापूलाल खाट, नितेश, दीपक मैदा, प्रताप सिंह, विकास, अनिल, धनपाल, मोहनलाल, लक्ष्मण, सुखलाल, सुरेश चंद्र, महेंद्र, दिनेश, हिम्मत, हरीश, प्रवीण, अल्पेश, आशु, आशीष, विनोद, अरविंद, विनोद, राजेंद्र, अमित, मुकेश, मोतीलाल, मुकेश, कपिल, मयूर, अर्जुन, मनीष, नाथूलाल, वासुदेव, धनपाल, महिपाल,प्रवीण कांतिलाल, पंकज, प्रदीप प्रदीप राकेश अल्पेश प्रभु लाल नानूलाल मनोज, चौहान , आदि मौजूद थे। संचालन केसर सिंह डामोर कुशलगढ़ ने किया। आभार डा वासुदेव चरपोटा ने किया।
